अष्टसिद्धि नवनिधि कर जोरे, द्वारै रहति खरी।·x.com·Nov 27, 2024अष्टसिद्धि नवनिधि कर जोरे, द्वारै रहति खरी।
अंतरयामी सदाशिव जान्यौ, रुदन कियौ अति गाढौ।·x.com·Nov 27, 2024अंतरयामी सदाशिव जान्यौ, रुदन कियौ अति गाढौ।
जिसकी वक्र भृकुटि के डर से सागर सप्त उछलते देखा।·x.com·Nov 27, 2024जिसकी वक्र भृकुटि के डर से सागर सप्त उछलते देखा।
चन्द्र खिलौना लैहों री मैया चन्द्र खिलौना लैहों।·x.com·Nov 27, 2024चन्द्र खिलौना लैहों री मैया चन्द्र खिलौना लैहों।