महादेव
Shri Ganesh
जय गणेश
गुरु सरसइ सिंधुर बदन ससि सुरसरि सुरगाइ।
श्री पंचमुखी गणेशजी
महाभारत के लेखक एवं प्रणेता
परशुकमलधारी दिव्यमायाविभूष: सकलदुरितहारी सर्वसौन्दर्यकोशः ।
भगवान् श्री गणेश के महोत्कट विनायक, मयूरेश्वर, गजानन एवं धूमकेतु अवतारों की कथा (१/४)
भगवान् श्री गणेशजी के प्रादुर्भाव की विभिन्न पौराणिक कथाएँ- भाग १ (१/३)
गणेशरूपः श्रीकृष्णः कल्पे कल्पे तवात्मजः॥
परब्रह्मरूपं चिदानन्दरूपं सदानन्दरूपं सुरेशं परेशम्।
श्रीगणेशजी का पौराणिक स्वरूप
आदिपूज्यं गणाध्यक्षमुमापुत्रं विनायकम्।
गणेश चतुर्थी का पूजा विधान एवं वेदों में भगवान् श्री गणेश (१/३)
शिव पुराण में गणेश चतुर्थी का रहस्य, माहात्म्य एवं वर्षभर की चतुर्थियों की कथाएं एवं व्रत विधि (१/३)
महामंत्र जोइ जपत महेसू। कासीं मुकुति हेतु उपदेसू॥
श्री विघ्नेश्वार्य नम:
स्वस्ति श्रीगणनायको गजमुखो मोरेश्वरः सिद्धिदः बल्लाळस्तु विनायकस्तथ मढे चिन्तामणिस्थेवरे।
रक्तवर्ण शुभ, एकदन्त शुचि, ध्वज-मूषक, शोभित शशि भाल।
सिद्धयन्ति सर्वकार्याणि मनसा चिन्तितान्यपि। तेन ख्यातिं गतो लोके नाम्ना सिद्धिविनायकः।।
विनायकं बुद्धिनिधि गणेश्वरं, लम्बोदरं शंभुसुतं गजाननम्।
अष्टविनायक के नाम स्थान व स्थान
सूर्यकोटि समप्रभ