भगवान् सूर्य की कथा एवं सूर्योपासना (१/२)
SooryaNarayan
देवमाता अदितिद्वारा भगवान् श्रीसूर्यदेव का स्तवन
आदित्य द्वादश नाम-
आदित्यानामहं विष्णुर्योतिषां रविरंशुमान्।
सप्ताश्वरथमारूढं प्रचण्डं कश्यपात्मजम् ।
एष सुप्तेषु जागर्ति भूतेषु परिनिष्ठितः ।
नमस्ते रुद्ररूपाय रसानाम्पतये नमः।
महि मंडल मंडन चारुतरं। धृत सायक चाप निषंग बरं।
भगवान् श्री भुवन भास्कर
दीन दयालु दिवाकर देवा। कर मुनि, मनुज, सुरासुर सेवा।।
कोणार्क सूर्य मंदिर एवं वेदों में भगवान् सूर्य (१/२)
सूर्यनन्दिनी यमुना जी
हिम तम-करि-केहरि करमाली। दहन दोष दुख दुरित रूजाली।
श्री सूर्य नारायण
श्री सूर्य नारायण
माघ मकरगत रबि जब होई। तीरथपतिहिं आव सब कोई॥
भगवान आदित्य
द्वादशादित्य
भास्कराय नम: