जो एक बार भी मेरे शरण होकर यह कह देता है कि मैं तेरा हूँ, उसको मैं सर्वभूतों से अभय कर देता हूँ, यह मेरा व्रत है।
@da_vyas Tweets Collection
आदिपूज्यं गणाध्यक्षमुमापुत्रं विनायकम्।
माँ गंगा के अवतरण (गंगा दशहरा) एवं विष्णुपदी नाम पड़ने की कथा (२/२)
गंगा दशहरा
ज्येष्ठे मासि सिते पक्षे दशमी हस्तसंयुता।
गंगा दशहरा
माँ गंगा के अवतरण (गंगा दशहरा) एवं विष्णुपदी नाम पड़ने की कथा (२/२)
माँ गंगा के अवतरण (गंगा दशहरा का महत्व) एवं विष्णुपदी नाम पड़ने की कथा (१/२)
लक्ष्मीं श्रियं च कमलां कमलालयां च
कन्यादान का महत्व
भवं भवानी सहितं नमामि
जगतामादिभूतस्त्वं जगत्त्वं जगदाश्रयः।
जम्बुद्विपे..भरत खंडे..आर्यावर्ते..भारतवर्षे..
लवकुश
एक अनीह अरूप अनामा। अज सच्चिदानंद पर धामा॥
सिव सेवा कर फल सुत सोई। अबिरल भगति राम पद होई॥
महाराज बलि का पूर्वजन्म
दानवीर महाराज बलि का पूर्वजन्म
नमस्ते वासुदेवाय नमः सङ्कर्षणाय च। प्रद्युम्रायानिरुद्धाय सात्वतां पतये नमः ॥
राम नाम नर केसरी कनककसिपु कलिकाल।
प्रह्लाद जी का पावन पुण्य चरित्र (2/3)
जोग जप दान तप नाना मख ब्रत नेम।
श्रवणं कीर्तनं विष्णोः स्मरणं पादसेवनम्।
नवधा भक्ति के 9 आचार्य
24 में से सात अवतार
24 में से सात अवतार
वराह अवतार- जिनका तत्त्व मन्त्रोंसे जाना जाता है, जो यज्ञ और क्रतुरूप हैं तथा बड़े-बड़े यज्ञ जिनके अङ्ग हैं, उन ओंकारस्वरूप शुक्लकर्ममय त्रियुगमूर्ति पुरुषोत्तम भगवान् वराह को बार बार नमस्कार है, भगवान वराह ने ही अहंकारी हिरण्याक्ष का वध करके धरती को पाप मुक्त करा था ।।
तृतीयमृषिसर्गं च देवर्षित्वमुपेत्य सः तन्त्रं सात्वतमाचष्ट नैष्कर्म्य कर्मणां यतः।
गजेंद्र की प्रार्थना और उसके उद्धारक भगवान विष्णु।
पाराशर्यं परमपुरुषं विश्ववेदैकयोनिं
ॐ नमो भगवते आत्मविशोधनाय नमः॥
शांत, निरपेक्ष, निर्मम, निरामय, अगुण, शब्दब्रह्मैकपर, ब्रह्मज्ञानी।
आवेशावतार श्री नरसिंह भगवान, श्री हरि की भक्त प्रहलाद पर कृपा।।
प्रभु सत्य करी प्रहलादगिरा, प्रगटे नरकेहरि खंभ महाँ। झषराज ग्रस्यो गजराजु, कृपा ततकाल बिलंबु कियो न तहाँ।
नारायणं निराकारं नरवीरं नरोत्तमम्।
देवर्षि नारद एवं रत्नाकर डाकू (वाल्मीकि जी) का संवाद-